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Showing posts with the label धड़कन

साँस के टुकड़े...

काले निराश धब्बे टहलते हुए उदास चाल की जकड़ में, डरावने चेहरों के बादलों की तरह फैलते हैं जिंदगी की टूटी हुई ऊबड़-खाबड़ सड़कों पर; एक बड़ी सफेद रुआँसी दीवार पर काला एक धब्बा हताश ...

घड़ियाँ...

इस कमरे की हर एक दीवार पर लटका दूं घड़ियाँ बहुत सारी और हर घड़ी एक अलग वक्त बयां करे। मीनार-ए-ख्वाहिश के एक छोटे से कमरे को बता रहा हूँ मैं; मेरा जागना मेरा सोना देर रात के सन्ना...