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खलिहान में वो

खलिहान में वो...... धधकती धूप में सर पर कपड़ा रखके हांफते बैलों की साँसों को हल्का करके कुछ देर सुस्ताने पेड़ की छांव में आया है वो। वाकिफ़ है वो हर पहलू से खलिहान के क्योंकि अक्सर ...